Patiala Violence : हिंसा मामले में 3 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला, 3 आरोपी गिरफ्तार
शनिवार, 30 अप्रैल 2022 (23:41 IST)
पटियाला। पंजाब सरकार ने खालिस्तान विरोधी मार्च को लेकर 2 समूहों के बीच झड़प के एक दिन बाद शनिवार को एक पुलिस महानिरीक्षक समेत 3 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया। वहीं सुरक्षाबलों के कड़े पहरे के साथ पटियाला में जनजीवन सामान्य हो रहा है।
पुलिस ने शुक्रवार को हुई घटना के संबंध में दर्ज छह प्राथमिकियों में अभी तक 25 आरोपियों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है। राज्य के गृह मामलों तथा न्याय विभाग ने सुबह साढ़े नौ बजे से शाम चार बजे तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया था।
राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार ने तत्काल प्रभाव से पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पटियाला रेंज, पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला का नया महानिरीक्षक (आईजी-पटियाला रेंज) नियुक्त किया गया है जबकि दीपक पारिक पटियाला के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) होंगे और वजीर सिंह को पटियाला का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है।
प्रभार संभालने के बाद चिन्ना ने कहा कि राजपुरा निवासी बरजिंदर सिंह परवाना मुख्य आरोपी और घटना के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं। उन्होंने कहा, उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसे पकड़ने के लिए कई पुलिस दल बनाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि कुल 25 आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें हरीश सिंगला, दलजीत सिंह और कुलदीप सिंह शामिल हैं। उन्होंने कहा, जिसने भी शांति एवं सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है उस पर पंजाब पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि उसकी गिरफ्तारी के बाद झड़प के षड्यंत्र के पहलू की विस्तार से जांच की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, परवाना इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता था और उसने इसकी योजना बनाई।
आईजी ने यह भी कहा कि इस घटना में शामिल आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ अदालत में जल्द ही आरोप पत्र दाखिल किए जाएंगे। झड़प के पीछे कोई आतंकी साजिश होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस पर टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी होगी।
पुलिस और जिला प्रशासन ने शनिवार को दावा किया था कि शहर में स्थिति नियंत्रण में और शांतिपूर्ण है। काली माता मंदिर के बाहर जहां झड़प हुई थी, वहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। शुक्रवार की घटना के विरोध में विभिन्न हिंदू संगठनों ने बंद का आह्वान किया था। पटियाला शहर के कई बाजार शनिवार को बंद रहे।
कुछ हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंदिर के बाहर अपना 'धरना' खत्म कर दिया। पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अशांति और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ दो दिनों के भीतर कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद उन्होंने अपना प्रस्तावित विरोध मार्च स्थगित कर दिया।
गौरतलब है कि पटियाला में काली माता मंदिर के बाहर शुक्रवार को दो समूहों के बीच झड़प के दौरान एक-दूसरे पर पथराव किया गया और स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। शिवसेना (बाल ठाकरे) नाम के एक समूह के कार्यकारी अध्यक्ष और मार्च का आयोजन करने वाले हरीश सिंगला को यहां एक अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
सिंगला को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 353, 506 समेत विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया गया है। भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में कानून-व्यवस्था से संबंधित यह पहली बड़ी घटना है। विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने झड़पों की जांच के आदेश दिए थे और कहा था कि एक भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। शनिवार को यहां जिला स्तरीय शांति समिति की एक बैठक भी बुलाई गई, जिसमें स्थानीय विधायकों, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और धार्मिक समूहों के प्रतिनिधियों ने लोगों से शांति एवं सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की।
इससे पहले मीडिया से बातचीत में पटियाला की उपायुक्त साक्षी साहनी ने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण है। यह पूछने पर कि क्या शुक्रवार की घटना में एक व्यक्ति को गोली लगी, इस पर उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को गोली लगी थी लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गोली उसे कैसे लगी। वीडियो खंगाली जा रही है और मरीज की हालत स्थिर है।
पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने लोगों ने शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की और कहा कि शुक्रवार की घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री मान साब खुद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख अश्विनी शर्मा समेत अन्य नेताओं ने शनिवार को काली माता मंदिर में दर्शन किए और लोगों से शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की। शर्मा ने घटना की स्वतंत्र जांच कराने और इसके पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने शनिवार को कहा कि कुछ विभाजनकारी ताकतें पंजाब में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रही हैं। कांग ने ट्वीट किया कि विनाश और अराजकता में पनपने वाली विघटनकारी ताकतें पंजाब में शांति और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं।
पंजाब सहिष्णुता के लिए जाना जाता है और सार्वभौमिक भाईचारा इस तरह के नापाक मंसूबों को सफल नहीं होने देगा। दोषियों को पकड़ने के लिए हर कदम उठाया जाएगा।(भाषा)