राज्य के बिजली विभाग के सूत्रों के मुताबिक चीनी एजेंटों ने डेटा चोरी करने और पूरे राज्य में बिजली की आपूर्ति को ठप करने की कोशिश की। उन्होंने कहा 40 सब-स्टेशन रडार के अधीन थे, लेकिन सीईआरटी-आईएन से समय पर मिली चेतावनी ने हमें हमारे सिस्टम को हैक करने और चीनी मैलवेयर को विफल करने में सहायता की।
एक रिचर्स में यह बात भी सामने आई है कि कम से कम 12 भारतीय राज्य-संचालित संगठनों, मुख्य रूप से पावर यूटिलिटी और लोड डिस्पैच सेंटर्स के कंप्यूटर नेटवर्क को 2020 के मध्य से चीनी राज्य-प्रायोजित ग्रुप ने टारगेट किया था ताकि मैलवेयर को इंजेक्ट कर बड़े पैमाने पर बिजली सप्लाई ठप हो सके।