शिमला। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और शिमला में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में बुधवार को 5 लोगों की मौत हो गई और 5 अन्य लापता हैं।
शिमला जिले के झाकरी में फिरोजपुर-शिपकी ला राष्ट्रीय राजमार्ग-5 समेत अनेक मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। अनेक इलाकों में बिजली और जल आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। कुल्लू प्रशासन ने नदियों के पास वॉटर स्पोर्ट्स और कैंपिंग पर रोक लगा दी है।
अधिकारियों के अनुसार कुल्लू में तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। पांच लापता लोगों के भी मारे जाने की आशंका है। जिले में मलाना बिजली परियोजना में काम कर रहे 25 से अधिक कर्मचारियों को एक इमारत से बाहर निकाला गया। यह इमारत अचानक आई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई।
शिमला के बाहरी इलाके में भूस्खलन होने से 14 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गईं। जिले में एक जलाशय में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई।
शिमला जिला आपात परिचालन केंद्र (डीईओसी) ने कहा कि भूस्खलन की यह घटना ढल्ली में घटी जिसमें लड़की की मौत हो गई। वह और दो अन्य लोग मलबे में दब गए और उन्हें निकालने में काफी समय लगा। उन्हें आईजीएमसी अस्पताल भेजा गया जहां लड़की को मृत घोषित कर दिया गया।
कुल्लू जिले के मणिकरण में बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ में कम से कम पांच लोग बह गए और पार्वती नदी पर बना एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश मोख्ता ने बताया कि कुल्लू जिले में चल्लाल पंचायत के छोझ गांव में सुबह करीब छह बजे बादल फटने की घटना के बाद से कम से कम पांच लोग लापता हैं।
कुल्लू में एक अन्य घटना में निरमंड तहसील के सलोट में भूस्खलन के बाद दो लोग घायल हो गए। उन्हें निरमंड के एक अस्पताल में भेजा गया। अधिकारियों ने बताया कि लापता लोगों का पता लगाने के लिए प्रयास जारी हैं।
वहीं लारजी और पंडोह बांधों के द्वार खोले जा रहे हैं तथा निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने को कहा गया है। राहत एवं बचाव अभियान जारी है।
अधिकारियों ने कहा कि फिरोजपुर-शिपकी ला राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर स्थित झाकरी में बुधवार को यातायात के लिए मार्ग बंद कर दिया गया। यह जानकारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के एक अधिकारी ने दी।(भाषा)