मुंबई से 884 लोग हर महीने होते हैं गुमशुदा

शुक्रवार, 3 जुलाई 2015 (12:37 IST)
मुंबई। मुंबई यूं तो सपनों की नगरी है। हजारों की तादाद में लोग रोज यहां आते हैं और अपने सपनों की तलाश में बस जाते हैं। लेकिन इस शहर में खो जाना या अपहरित हो जाना सबसे बड़ी समस्या है।
हाल ही में मुंबई पुलिस के द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के मुताबिक इस शहर से हर महीनें 884 लोगों के गुमशुदा होने की रपट दर्ज कराई जाती है। इन गुमशुदा लोगों में सबसे बड़ी तादाद महिलाओं की है।
 
ऐसा नहीं है कि पुलिस इन लोगों को खोजने में कामायब नहीं होती, बल्कि पुलिस इनमें से ज्यादातर लोगों का पता लगा लेती है। बावजूद इसके कई लोग गुमशुदा रह जाते हैं और उनका कभी पता नहीं लग पाता।
 
पिछले 10.5 सालों की बात करें तो मुंबई शहर में लोगों के गुमशुदा होने के 1,10,547 केस दर्ज किए गए हैं। इसमें से पुलिस ने 1,00,439 लोगों का तो पता लगा लिया है,लेकिन अभी भी 10,108 लोग गुमशुदा हैं।           
 
इस रिपोर्ट के मुताबिक गुमशुदा लोगों में औरतों और 18 साल से कम उम्र की लड़कियों की संख्या ज्यादा है। पिछले 10 सालों में 18,547 लड़कियां, 37,603 महिलाएं, 17,195 लड़के और 37,202 पुरुषों की गुमशुदा होने की रपट पिछले एक दशक में मुंबई पुलिस के पास दर्ज कराई गई।     
 
हालांकि पुलिस दावा करती है कि उसने गुमशुदा हुए लोगों में से 90 प्रतिशत लोगों को सही सलामत वापस लाने में सफलता हासिल की है। पुलिस के मुताबिक हर महीनें 884 लोग गायब होते हैं उनमें से वे 803 लोगों को ढ़ूढने में उन्हें सफलता मिलती है। मई 2015 तक 582, 18 साल से कम उम्र की लड़कियां, और 2,944 महिलाएं अभी भी गुमशुदा हैं। मुंबई में गुमशुदगी के मामले झुग्गी झोपड़ियों के लोगों के सबसे ज्यादा सामने आते हैं।  

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