डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी फिल्म और साहित्यिक गतिविधियां लगातार चलती रहती हैं। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता, निर्देशक, लेखक और अभिनेता स्वर्गीय किशोर साहू, स्व. हबीब तनवीर और सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन बाई को याद करते हुए कहा कि इन्होंने अपनी प्रतिभा और लगन से अपनी कला को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सफलता पाई।
उन्होंने साहित्य के क्षेत्र की हस्तियों माधव राव सप्रे, पदमलाल पुन्नालाल बक्शी, गजानंद माधव मुक्तिबोध और साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल का भी उल्लेख किया। इस अवसर पर फिल्म जूरी के सदस्य पद्मश्री सम्मानित एके वीर, लेखक, गायक और अभिनेता पीयूष मिश्रा, सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलपति संतोष चौबे सहित मनोज जॉनसन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ. कीर्ति ने कहा कि कहा कि यह पुस्तक अभिनेता की जीवनी पर नहीं, बल्कि फिल्मों जैसे प्रभावशाली माध्यम का उपयोग विभिन्न सामाजिक विषयों पर जनजागरूकता पैदा करने के संबंध में है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक उस शोध से प्रेरित है, जो मैंने अपने पीएचडी के दौरान किया था।