जब आमिर से पूछा गया कि क्या वह क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अभिनेत्री रेखा की तरह राज्यसभा में मनोनयन पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा कि वे क्या कर रहे हैं। वे मेरे दोस्त हैं। लेकिन अगर इस तरह का अवसर आता है तो मैं सोचूंगा कि क्या मैं उस समय समाज के प्रति बेहतर तरीके से योगदान दे सकता हूं या नहीं। अगर ऐसा होता है तो मैं हर रोज वहां जाउंगा।
उन्होंने कहा कि इससे बहुत गलत संदेश जाता है। ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’ और ‘खंबे जैसी खड़ी है’ जैसे गाने अच्छे नहीं हैं। हमें महिलाओं की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। मैं स्वीकार करता हूं कि मैं खुद इसमें शामिल हूं लेकिन मैं अब से ऐसा नहीं करने की कोशिश करंगा। मैं अपने दोस्तों के साथ इस विषय को उठाउंगा और अब से संवेदनशीलता का ध्यान रखूंगा। (भाषा)