मृतक के भाई का आरोप है कि आरोपियों ने सूरसागर में भोमियाजी की घाटी निवासी किशनलाल भील (46) को जातिसूचक अपशब्द कहे और परिवार के सदस्यों को किशनलाल को अस्पताल ले जाने नहीं दिया। पुलिस के पहुंचने के बाद ही परिजन गंभीर रूप से घायल किशनलाल को अस्पताल ले जा सके, जहां उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में अब तक तीन आरोपियों शकील, नासिर और बबलू को गिरफ्तार किया गया है और इन पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है।
सूरसागर थाने के प्रभारी गौतम डोटासरा ने कहा कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के साथ-साथ मुआवजे और आश्रित परिजन के लिए सरकारी नौकरी की मांग करते हुए किशनलाल के परिवार और समुदाय के सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन किया और उनका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।