Maharashtra Assembly Speaker Rahul Narvekar decision on NCP: एक बार फिर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधायकों की अयोग्यता के मामले में अपना फैसला दोहराया है। पहले शिवसेना के बागी गुट के पक्ष में फैसला आया था और अब एनसीपी से अलग हुए अजित पवार गुट के पक्ष में। स्पीकर ने अपने फैसले में कहा कि अजित पवार गुट ही असली NCP है।
इससे पहले स्पीकर ने शिंदे गुट को असली शिवसेना माना था। स्पीकर नार्वेकर ने कहा कि अजित पवार और शरद पवार गुट ने दावा किया कि हम मूल पार्टी हैं, लेकिन नतीजा देते वक्त ये देखना जरूरी है कि असली पार्टी कौन है। नार्वेकर ने कहा कि फैसला देते वक्त पार्टी संविधान, नेतृत्व संरचना और विधायी बहुमत पर विचार किया गया है।
स्पीकर नार्वेकर द्वारा जिस समय फैसला सुनाया जा रहा था उस समय अजित पवार गुट की तरफ से अनिल पाटिल और समीर भुजबल वहां मौजूद थे, जबकि शरद पवार गुट से केवल वकील आए।
सुले का अदृश्य शक्ति पर निशाना : दूसरी ओर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार की नेता सुप्रिया सुले ने अपने पिता की बनाई पार्टी को छीनने को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा का परोक्ष रूप से संदर्भ देते हुए अदृश्य शक्ति पर निशाना साधा। बारामती से लोकसभा सदस्य सुले ने कहा कि उनकी पार्टी ने अजित पवार नीत खेमे को असली राकांपा के रूप में मान्यता देने के निर्वाचन आयोग के निर्णय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया है।
सुले ने दावा किया कि शरद पवार राकांपा के संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं, थे और रहेंगे। अदृश्य शक्ति पार्टी को इसके संस्थापक से छीनने का कृत्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने अदालत का रुख इसलिए किया क्योंकि पार्टी और इसके चिह्न को उस व्यक्ति से छीन लिया गया, जिसने उसे स्थापित किया था। (एजेंसी/वेबदुनिया)