अखिलेश ने एक समाचार चैनल से कहा कि कहा कि मैंने फैसला किया कि हम ऐसे लोगों को नहीं चाहते। कौएद को सपा में शामिल करने के फैसले के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला मैंने नहीं लिया था। मुझे प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से, मुख्यमंत्री की हैसियत से जिस प्लेटफॉर्म पर कहना होगा, मैं कहूंगा। मैंने कह दिया न कि मुख्तार नहीं होंगे हमारी पार्टी में।
मालूम हो कि हत्या समेत कई जघन्य मामलों में अर्से से जेल में बंद माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल की अगुवाई वाले कौएद का गत मंगलवार को सपा में विलय कर दिया गया था। मुख्यमंत्री अखिलेश इस कदम से खासे नाराज बताए जाते हैं, हालांकि गुरुवार को उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे को लेकर कहीं कोई नाराजगी नहीं है। (भाषा)