कहा जा रहा है कि मईनाथ गांव में ग्रामीणों ने मुस्लिम धर्मगुरुओं की मंशा पर शक जाहिर करते हुए पहले तो उन्हें बंधक बना लिया, वहीं जब पुलिस धर्मगुरुओं को हिरासत में लेकर थाने पहुंची तो हजारों स्थानीय लोगों ने थाने का घेराव कर लिया।
खबर फैलते ही शहर में दोनों समुदायों के नेता लामबंद होने लगे। छुड़ाने के लिए हजारों लोगों ने कोतवाली घेर ली। भाजपा की मेयर कार्रवाई को लेकर अड़ गईं तो सपा विधायक छुड़ाने में लग गए। इतना ही नहीं पकड़े गए लोगों को छोड़ने की मांग को लेकर आक्रोशित लोगों ने आसपास की सभी दुकानों को बंद कर थाना कोतवाली का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।
हालंकि बताया जा रहा है कि मुस्लिम धर्मगुरु सूरज पाल के घर पानी पीने के लिए रुके थे। उस वक्त नमाज का समय था, लिहाजा धर्मगुरुओं ने वहीं सूरज पाल के घर पर ही नमाज अदा की, जिसके बारे में जानकर गांव के लोग में भ्रम फैल गया और वे प्रदर्शन करने लगे। बाद में सभी को बंधक बना लिया। घटना की सूचना मिलने पर मडराक थानाध्यक्ष गांव पहुंचे और धर्मगुरुओं के साथ गांव के सूरज पाल को भी थाने ले आए।