उन्होंने कहा कि शाह से बात करने के बाद ही मतदान का निर्णय लिया जाएगा। बातचीत में सटीक आश्वासन मिलने पर ही भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में निर्णय लिया जाएगा। राजभर समेत सुभासपा के चार विधायक हैं। राज्यसभा के चुनाव में विधानसभा सदस्य ही वोट देते हैं। योगी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर आज आयोजित भव्य समारोह का भी राजभर और उनकी पार्टी ने बहिष्कार किया।
उन्होंने हाल ही में कहा था कि इस सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। पहले 500 रुपए लिया जाता था और अब वही रेट बढ़कर पांच हजार हो गया है। कुछ महीने पहले गाजीपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसके स्थानांतरण की मांग को लेकर पिछड़ा कल्याण राज्यमंत्री धरने पर भी बैठे थे। धरने के काफी दिन बाद जिलाधिकारी को हटाया गया था। (वार्ता)