हरसिमरत ने अमरिंदर से स्वर्ण मंदिर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के लिए सामुदायिक रसोई के लिए खरीदी गई वस्तुओं के लिए एकत्रित माल और सेवा कर (जीएसटी) की शेष राशि को वापस करने के लिए कहा था, जिस पर अमरिंदर ने कुछ दिन पहले तो हरसिमरत को आदतन झूठा करार दिया और फिर बुधवार को कहा कि जितना मैंने सोचा था आप उससे भी ज्यादा मूर्ख निकलीं।
अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को ट्वीट किया, 'हरसिमरत जितना मैंने सोचा था, आप उससे भी ज्यादा मूर्ख निकलीं। मैं स्पष्ट रूप से कह चुका हूं कि दावा की गई राशि का भुगतान हमने कर दिया है। आप लोग किस तरह की सरकार चलाते थे? आप यह भी नहीं जानतीं कि दावों के बदले धनराशि का भुगतान होता है और इस प्रक्रिया में समय लगता है।'
सरकार ने मंगलवार को एसजीपीसी को 1.96 करोड़ रुपए जारी किए थे, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने दावा किया था कि स्वर्ण मंदिर में सामुदायिक रसोई के लिए खरीदी गई वस्तुओं के बदले 1.68 करोड़ रुपए दिए जाने अभी बाकी हैं।