अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अघोषित रूप से तय की गई 75 साल की आयु सीमा के चलते गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के भविष्य को लेकर अटकलें लगने लगी हैं। आनंदीबेन आगामी नवंबर में 75 साल की हो जाएंगी। इससे पहले, इस अघोषित नियम के चलते पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला को इस्तीफा देना पड़ा था।
कहा जाता है कि नजमा हेपतुल्ला से इस्तीफा देने को कहा गया था, क्योंकि उन्होंने 75 साल की आयु सीमा पार कर ली थी। इस आयु सीमा को ध्यान में रखते हुए ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर और सरताज सिंह समेत कुछ अन्य मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया था।
साल 2014 में जब नरेन्द्र मोदी सरकार सत्ता में आई थी तो अधिक आयु के कारण लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार और यशवंत सिन्हा जैसे कई वरिष्ठ पार्टी नेताओं को मंत्री पद नहीं दिया गया था।