अनंतनाग उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग और सरकार में ठनी

सुरेश एस डुग्गर

मंगलवार, 25 अप्रैल 2017 (19:37 IST)
श्रीनगर। अनंतनाग लोकसभा सीट पर होने वाले उप-चुनाव को लेकर राज्य सरकार तथा चुनाव आयोग आमने-सामने हैं। चुनाव आयोग अभी भी 23 मई को उप-चुनाव के लिए मतदान करवाने पर अड़ा हुआ है जबकि राज्य सरकार इसको नवंबर तक धकेलने की सिफारिश कर रही है। चुनाव आयोग अब मतदान को चरणबद्ध तरीके से करवाना चाहता है ताकि प्रत्येक चरण में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हो सकें।
 
सूत्रों ने बताया कि यह फैसला चुनाव आयोग द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया। बैठक में अनंतनाग संसदीय उप-चुनाव की तैयारी की चर्चा हुई और दक्षिण कश्मीर की सुरक्षा स्थिति का आकलन भी किया गया।
 
सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग उप-चुनाव के साथ आगे बढ़ना चाहता है और इस प्रक्रिया को 23 मई तक 2-3 चरणों में सख्त सुरक्षा के साथ पूरा किए जाने का इच्छुक है जिसका राज्य सरकार द्वारा ‘विरोध’ भी किया जा रहा है। चुनाव आयोग की टीम को दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति के बारे में अवगत करवा दिया गया है। इस टीम का विचार था कि चुनावों में कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए। हालांकि टीम चुनाव प्रतिशत को लेकर चिंतित नहीं है।
चुनाव आयोग की टीम को प्रशासन ने आश्वासन दिया कि उन्हें चुनावों के लिए अनंतनाग में आवश्यक सुरक्षा बल उपलब्ध कराए जाएंगे। टीम को बताया गया कि पर्याप्त सुरक्षा बलों की कमी के कारण श्रीनगर में मतदान के दौरान हिंसा हुई थी, जिसमें कम से कम 8 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए थे।
 
दरअसल पुलिस ने कश्मीर में पहले से मौजूद सुरक्षाबलों के अतिरिक्त सुरक्षा बलों की 300 कंपनियों की मांग की थी, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें केवल आधे से भी कम सुरक्षाबल मुहैया करवाए थे। सुरक्षाबलों की करीब 65 कंपनियों को तो श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में इसलिए तैनात नहीं किया जा सका था क्योंकि वे मतदान वाले दिन दोपहर बाद ही पहुंचे थे।
 
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि कश्मीर के लोग वर्तमान में मतदान करने के इच्छुक नहीं हैं। एक पीडीपी नेता ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को बताया है कि वातावरण मतदान के लिए अनुकूल नहीं है। पीडीपी के नेता ने कहा कि यहां के लोग इस समय अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के अनिच्छुक हैं और ऐसी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अनंतनाग उप-चुनाव स्थगित किया जाना चाहिए।
 
विपक्षी दलों ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार किया। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार जीए मीर ने बताया कि उनकी पार्टी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का बहिष्कार किया था क्योंकि यह पहले एसकेआईसीसी में होनी थी और बाद में यह जगह पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) में बदल गई। उन्होंने कहा, हमने पीसीआर में वीडियो सम्मेलन में भाग लेने में हमारी अनिच्छा को दिखाया था।
 
इसके बावजूद चुनाव आयोग ने अपने स्तर पर फैसला करते हुए अब मतदान को चरणों में करवाने का फैसला लिया है। बताया जाता है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अनंतनाग लोकसभा का उप चुनाव दो तीन चरणों में संपन्न होगा।

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