बेंगलुरु। जैसे ही यूक्रेन-रूस संघर्ष बढ़ रहा है, वैश्विक मानवीय संगठन आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने आश्रय और भोजन-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ विभिन्न यूरोपीय देशों में सीमा पार कर रहे भारतीयों से संपर्क साधा है।
गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि संकट की इस घड़ी में, मैं छात्रों और उनके परिवारों से उम्मीद नहीं छोड़ने की अपील करता हूं। सभी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है और पूरे यूरोप से हमारे स्वयंसेवक आपके साथ हैं, जो आपको भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान करेंगे।
यह सहायता की : हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी में आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने हजारों भारतीय छात्रों सहित यूक्रेन से भाग रहे लोगों को सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए कार्रवाई की है। हंगरी में आर्ट ऑफ़ लिविंग ने 150 से अधिक लोगों के लिए आश्रयों की व्यवस्था की है। पोलैंड में 500 से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।
पोलैंड सीमा पर हमारे स्वयंसेवक आने वाले शरणार्थियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। वहां ऐसे परिवार भी हैं जिनके बच्चे 2 महीने से कम उम्र के हैं। हमारे समूह द्वारा सभी आवश्यक आपूर्ति का भंडारण कर लिया गया है। हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, यूक्रेन, बुल्गारिया और जर्मनी जैसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में शरणार्थी केंद्र संचालित हैं। आर्ट ऑफ लिविंग का यूक्रेन में एक बड़ा स्वयंसेवी आधार भी है, जो भारतीय समुदाय की मदद कर रहा है।
हेल्पलाइन नंबर
पूरे यूरोप में आर्ट ऑफ लिविंग के केंद्र यूक्रेन के शरणार्थियों के लिए खुले हैं।