उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की ओर से मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे पत्र को पढ़ कर ऐसा लगता है कि किसी 10वीं फेल स्कूल छात्र ने पत्र लिखा है, जिसे कोई प्रशासकीय ज्ञान नहीं है। मुख्यमंत्री केजरीवाल को यह पता होना चाहिए कि भारतीय संघीय व्यवस्था के तहत केंद्र सरकार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से किसी भी विषय पर जानकारी मांगने का अधिकार है और राज्यों के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं कि वह केंद्र से यह कहे कि क्या यह जानकारी अन्य राज्यों से भी मांगी है।
उपाध्याय ने कहा है कि जिस तरह मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पत्र में प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर कटाक्ष करने का प्रयास किया है वह शमर्नाक है। प्रधानमंत्री देश के राष्ट्रीय हितों के संवर्धन के लिए विदेश यात्राएं करते हैं और जब से पद ग्रहण किया है एक दिन का भी अवकाश नहीं लिया है। जबकि इसके विपरीत मुख्यमंत्री केजरीवाल बार-बार अवकाश लेते हैं और सप्ताह के हर दूसरे दिन दिल्ली की जनता के पैसे से अन्य राज्यों में राजनीतिक विकास यात्रा के लिए जाते हैं।