इसके साथ ही बाढ़ से अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं इस साल दो बार आई बाढ़ में मृतक संख्या 23 हो गई। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि डिब्रूगढ़ के बाहरी क्षेत्र में ठाकुथान में कल रात सेसा नदी उफान पर थी जिसमें एक मां और उसका नाबालिग बेटा बह गए। वे राहत शिविर की ओर जा रहे थे।
उन्होंने बताया कि बाढ़ में मोनिका दास (36), उनके पति मिलन दास तथा बेटा डूडू (6) नदी में बह गए, हालांकि उनके पति को लोगों ने बचा लिया जबकि बाकी दोनों का अभी तक कोई अता पता नहीं है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि धेमाजी, कोकराझार, बोंगईगांव, सोनितपुर, गोलपारा, लखीमपुर, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, बारपेटा, जोरहाट, ग्वालपाड़ा, मोरीगांव, कछार, गोलाघाट और नगांव जिलों के 1,597 गांवों में 7.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
इस बीच असम के मुख्यमंत्री तरण गोगोई ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अत्यधिक बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत प्रदान की जाए। उन्होंने ब्रह्मपुत्र, बराक और अन्य सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ने से बने हालात की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव वीके पिपरसेनिया को यह सुनिश्चित करने को कहा कि बाढ़ के कारण संचार बाधित नहीं हो। एएसडीएमए ने कहा कि फिलहाल 1.2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल डूबी हुई है। (भाषा)