सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'मेडिकल बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा कि किसी भी पीड़िता पर यौन हमले का मामला संदिग्ध लगता है।' सीबीआई ने हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर डीएनए फिंगर प्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स की मदद ली थी जिसने दोनों लड़कियों पर यौन हमले को खारिज कर दिया। दोनों चचेरी बहनों के अभिभावकों के बयानों में भी विरोधाभास दिखा।