बदायूं कांड में बहनों की न हत्या हुई, न बलात्कार...

गुरुवार, 27 नवंबर 2014 (11:44 IST)
नई दिल्ली। सीबीआई को दो चचेरी बहनों की मौत के मामले की जांच में हत्या या बलात्कार का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में इन दोनों बहनों के शव एक पेड़ से लटके पाए गए थे।
 
सीबीआई कटरा गांव में दो किशोरियों की कथित हत्या और बलात्कार के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पांच लोगों (पप्पू, अवधेश और उर्वेश यादव) और कांस्टेबलों छत्रपाल यादव तथा सर्वेश यादव के खिलाफ आरोपपत्र दायर न करने का फैसला पहले ही कर चुकी है।
 
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि उन्हें इसका सबूत नहीं मिला है कि लड़कियों की हत्या की गयी या मौत के पहले उन पर यौन हमला हुआ। एजेंसी बदायूं की अदालत में कल अपनी अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर सकती है।
 
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'मेडिकल बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा कि किसी भी पीड़िता पर यौन हमले का मामला संदिग्ध लगता है।' सीबीआई ने हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर डीएनए फिंगर प्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स की मदद ली थी जिसने दोनों लड़कियों पर यौन हमले को खारिज कर दिया। दोनों चचेरी बहनों के अभिभावकों के बयानों में भी विरोधाभास दिखा।
 
सूत्रों ने बताया कि सीडीएफडी रिपोर्ट ने मौत के पहले चचेरी बहनों पर यौन हमले को लेकर कई तरह की शंकाओं को दूर कर दिया। लाई डिटेक्शन टेस्ट में पांच लोगों के खिलाफ कुछ सबूत नहीं मिला। मई के अंतिम सप्ताह में उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो चचेरी बहनें एक पेड़ से लटकी पायी गयी थीं। एक की उम्र 14 साल और दूसरी की उम्र 15 साल थी।
 
घटना पर देशभर में प्रदर्शन हुए। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार चारों ओर से घिर गई थी। सीबीआई ने जून में जांच का जिम्मा संभाला था। (भाषा)

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