vinesh phogat : टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने पेरिस ओलंपिक में 3 मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह पक्की करने वाली पहलवान विनेश फोगाट बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज सब भारतीयों की आंखों में आसूं हैं। ये देश की बेटियां हैं, जिन्होंने हमेशा ही देश की शान बढ़ाई है। जिन लोगों ने हमेशा इन बेटियों की राह में कांटे बिछाए हैं, वे कम से कम इन बेटियों से सबक लेंगे।
बजंरग पुनिया ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि विनेश ने इतिहास रच दिया है। विनेश महिला कुश्ती में ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। आज सब भारतीयों की आंखों में आसूं हैं। ये देश की बेटियां हैं, जिन्होंने हमेशा ही देश की शान बढ़ाई है. जिन लोगों ने हमेशा इन बेटियों की राह में कांटे बिछाए हैं, वे कम से कम इन बेटियों से सबक लेंगे और आगे इन बेटियों के राह में कांटे बीजने से बाज आएंगे।
बजरंग ने विनेश की 2 जीत के बाद एक्स पर लिखा, 'विनेश फोगाट भारत की वो शेरनी जिसने आज लगातार दो मैचों में जीत दर्ज की। उन्होंने चार बार की विश्व चैम्पियन और मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन को हराया। उसके बाद क्वार्टरफाइनल में पूर्व विश्व चैम्पियन (कांस्य पदक विजेता) को हराया।'
बजरंग, विनेश और पूर्व ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ पिछले साल की शुरुआत में दिल्ली में लंबे धरने का नेतृत्व किया था।
बजरंग ने लिखा, 'मगर एक बात बताऊं, ये लड़की अपने देश में लातों से कुचली गई थी, ये लड़की अपने देश में सड़कों पर घसीटी गई थी। ये लड़की दुनिया जीतने वाली है मगर इस देश में सिस्टम से हार गई थी।'
बजरंग ने इसके बाद एक अन्य पोस्ट में लिखा, 'विनेश की जीत पर समझ नहीं पा रहा हूं कि कैसी प्रतिक्रिया दूं। पता नहीं चल पा रहा है कि हम खुश हो रहे हैं या रो रहे हैं। सारा भारत ही इस पदक की राह देख रहा है। हर किसी की आंखें नम हैं। ऐसा लग रहा है जैसे विनेश अकेली नहीं बल्कि सारे देश की सभी महिलाएं लड़ रही हों।'
उन्होंने लिखा कि विनेश, आप सच में ही रिकॉर्ड कायम करने के लिए पैदा हुई हैं। इतनी मुश्किलें झेलने के बाद भी आप लक्ष्य पर आंख गड़ाए बैठी हो। हमारी यही दुआ है कि बस यह सोना भारत आए।
विनेश ने अंतिम चार मुकाबले में क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज हराकर रजत पदक पक्का कर लिया। वह गोल्ड जीतने से महज एक कदम दूर है।