राधा-कृष्ण नगरी में विधिवत होली का आगाज हो चुका है। रविवार कोबरसाना के प्रमुख श्रीजी मंदिर में दूरदराज से भक्त लड्डू होली खेलने पहुंचे हुए हैं। लड्डू होली बरसाना की लट्ठमार होली से एक दिन पहले खेली जाती है, ब्रज क्षेत्र में इस होली का विशेष स्थान है, क्योंकि इसी दिन नंदगांव में हुरियारों को पांडा होली खेलने का निमत्रंण देकर बरसाना वापस आता है, फलस्वरूप प्रमुख श्रीजी मंदिर में पहुंचे मंदिर के गोस्वामी पाऔडा के स्वागत में लड्डू बरसाते हैं। इसके बाद मंदिर प्रांगण में भक्त एक-दूसरे पर होली खेलते हुए लड्डू फेंकते हैं।
मंदिर परिसर में भीड़ अधिक होने के चलते सीढ़ीयों की रेलिंग टूटने से एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं, रेलिंग टूटने की वजह से मंदिर में भगदड़ मचने के चलते कुछ लोगों की हाथ-पैर और रीढ़ की हड्डी चोटिल हुई है।
न्योता देने के बाद जब पांडा बरसाना वापस आता है तो स्वागत में बरसाना स्थित प्रमुख श्रीजी मंदिर में गोस्वामी इकट्ठा होकर इस दूत का स्वागत समारोह करते हैं। इसमें लड्डू बरसाकर गोस्वामी और श्रृद्धालु पांडा का स्वागत करते हैं, इसलिए इस होली को लड्डू मार होली के नाम से जाना जाता है।
बरसाना का प्रमुख श्रीजी मंदिर श्रृद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ है, देश-विदेश से भक्त लड्डूफेंक होली खेलकर खुद को धन्य मान रहे हैं। कई सौ किलो लड्डुओं के साथ बरसाना के लाडली मंदिर में गुलाल उड़ाकर होली खेली जा रही है, भक्त राधा-कृष्ण के रंग में रंगते हुए थिरकते नजर आ रहे हैं।
मंदिर परिसर में भीड़ अधिक होने के चलते सीढ़ियों की रेलिंग टूटने से एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं, रेलिंग टूटने की वजह से मंदिर में भगदड़ मचने के चलते कुछ लोगों की हाथ-पैर और रीढ़ की हड्डी चोटिल हुई है।