नई दिल्ली। कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता व कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में महाजन ने भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
इस साल के अंत में हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले महाजन के भाजपा में शामिल होने को बड़ा झटका माना जा रहा है। महाजन को इस साल मई में प्रदेश कांग्रेस समिति का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।
महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कांग्रेस नेतृत्व को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जब तक वीरभद्र सिंह थे तब तक वहां कांग्रेस थी लेकिन हिमाचल प्रदेश में आज कांग्रेस दिशाहीन और नेतृत्वविहीन हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ना लीडर (नेता) हैं, ना ही विजन(दृष्टिकोण) है। बस, मां-बेटे का राज है।
महाजन का इशारा वीरभद्र सिंह की पत्नी और पुत्र की ओर था। वीरभद्र सिंह का पिछले साल निधन हो गया था। उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह मंडी से सांसद हैं और वह प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं। उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह विधायक हैं।
महाजन लंबे समय तक वीरभद्र सिंह के सहयोगी रहे। वह हिमाचल प्रदेश के पशुपालन मंत्री भी रह चुके हैं। महाजन के पिता देश राज महाजन विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। हर्ष महाजन तीन बार लगातार चंबा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक बने।