लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने घरेलू बिजली के बिल में कमी करने का ऐलान किया है। शनिवार को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए नई दरें घोषित कर दी हैं। नई व्यवस्था में आयोग ने बिजली उपभोग दरों को तो कम किया ही है, अधिकतम स्लैब सीमा को भी कम किया है।उपभोक्ताओं को इससे खासी राहत मिलेगी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अब तक लागू सात रुपए प्रति यूनिट का स्लैब समाप्त कर दिया गया है। शहरी उपभोक्ताओं को इससे खासी राहत मिलेगी। नई दरों की बात करें तो प्रदेश के शहरी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए शून्य से 100 यूनिट तक 5.50 प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट तक 5.50 प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक प्रति यूनिट 6.00 और 300 यूनिट के ऊपर 6.50 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से दरें निर्धारित की गई हैं, जबकि शहरों में घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 3.00 रुपए के हिसाब से बिल देना होगा।
इसी तरह, ग्रामीण घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को जीरो से 100 यूनिट तक 3.35 प्रति यूनिट, 101-150 यूनिट तक 3.85 प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक 5.00 प्रति यूनिट और 300 से ऊपर यूनिट होने पर 5.50 प्रति यूनिट देना होगा, जबकिग्रामीण घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक तीन रुपए में बिजली दी जाएगी। ग्रेटर नोएडा में बिजली दरों में करीब 10 फीसदी की कमी की गई है।
जिस प्रकार नोएडा पावर कंपनी के क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 10 प्रतिशत की कमी की गई है उसी प्रकार पॉवर कॉर्पोरेशन द्वारा नियामक आयोग में उपभोक्ताओं के निकल रहे 22,045 करोड़ पर अपीलेट ट्रिब्यूनल में मुकदमा दाखिल करने का शपथ पत्र दिया गया होता तो बिजली दरों में भारी कमी होती।