दिल्ली में बैठक साढ़े तीन घंटे तक चली। उन्होंने एक-एक पार्टी पदाधिकारी और केंद्रीय मंत्रियों से विधानसभा चुनाव को लेकर हर विषय पर बात की। यही नहीं, उन्होंने जदयू-राजद के विलय पर सूबे में राजनीतिक स्थिति क्या होगी, इस पर भी विमर्श किया। जदयू-राजद का विलय हुआ, तो भाजपा उससे कैसे निबटेगी, इस पर भी उन्होंने बिहार भाजपा के नेताओं से अलग-अलग विचार-विमर्श किया। (भाषा)