अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि बिहार के दो जिलों में जहरीली शराब के सेवन से 8 और लोगों की मौत हो गई है। सारण से सटे सीवान जिले में जहां 6 लोगों की जान गई है, वहीं बेगुसराय में 2 लोग जहरीली शराब के शिकार बने हैं। मीडिया खबरों के अनुसार, जहरीली देसी शराब के सेवन से अब तक 80 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, अधिकारी मृतक संख्या 30 बता रहे हैं।
आयोग ने एक बयान में कहा कि वह जानना चाहता है कि इन पीड़ितों को कहां और किस प्रकार का चिकित्सकीय उपचार दिया जा रहा है। इनमें से अधिकतर गरीब परिवारों से हैं और संभवत: वे निजी अस्पतालों में महंगे इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं। इसलिए राज्य सरकार की ओर से यह बेहद जरूरी हो जाता है कि वह जहां से भी संभव हो, उन्हें बेहतर चिकित्सकीय उपचार मुहैया कराए।
एनएचआरसी ने कहा कि आयोग राज्य सरकार द्वारा दी जा रही राहत और पुनर्वास के बारे में जानना चाहता है। साथ ही इस सामाजिक बुराई को पूरी तरह से खत्म करने के मद्देनजर समूचे राज्य में अवैध शराब बनाने के स्थानों को नष्ट करने के लिए राज्य सरकार ने क्या कदम उठाए हैं, वह इसके बारे में भी जानना चाहता है, क्योंकि बिहार में नियमित अंतराल पर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।