कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (Bjp) के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष (Dilip ghosh) ने सोमवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) पर अपने हमले और तेज करते हुए सवाल किया कि केंद्रीय एजेंसी ने पिछले साल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद हुई हिंसा में क्या कार्रवाई की है जिसमें पार्टी के करीब 60 कार्यकर्ता मारे गए थे। घोष ने सीबीआई पर टीएमसी से सेटिंग के आरोप भी लगाए।
बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा में भाजपा के करीब 60 कार्यकर्ता मारे गए, लेकिन अबतक कुछ भी नहीं हुआ जबकि कई महीनों से जांच चल रही है। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई, पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा के मामलों की जांच कर रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि मेरा पूरा विश्वास प्रवर्तन निदेशालय (ED) पर है और मुझे भरोसा है कि वह सच को सामने लाएगा। हमें (भाजपा को) शीर्ष अन्वेषण एजेंसी (सीबीआई) पर भी भरोसा था, लेकिन हमें न्याय नहीं मिला। मैं सीबीआई को लेकर की गई टिप्पणी पर कायम हूं। जब मैं भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष था तब हमने सीबीआई कार्यालय तक, उसकी निष्क्रियता के खिलाफ मार्च निकाला था।
उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि ईडी और सीबीआई, भाजपा द्वारा नियंत्रित है। हमें केंद्रीय एजेंसियों की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर आशंकाए हैं। अब भाजपा नेता दिलीप घोष भी केंद्रीय एजेंसी की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं।