चन्नबसप्पा ने कहा, 'आप गोमाता के गले पर हाथ रखने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? आप खुलेआम तानाशाहीपूर्ण ढंग से कह रहे हो कि आप गोमांस खाएंगे.. अगर आपमें हिम्मत है तो यहां आएं, गोपी सर्कल में आकर खाए और इसमें कोई शक नहीं है कि उसी दिन आपका सिर कलम कर दिया जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'क्या आप हिन्दुओं की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं? ऐसा नहीं करें।' मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस बयान को उकसाने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा, 'यह उकसाने वाला बयान है। मैं पुलिस से इसकी जांच करने को कहूंगा। अगर यह सच है तो वे निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे।'
यह पूछे जाने पर कि प्रदेश भाजपा नेता ऐसे बयानों पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं कर रहे हैं, सिद्धरमैया ने कहा, 'भाजपा के लोग इसके लिए ही जाने जाते हैं। इसलिए हम उनका विरोध कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'अगर मैं कहता हूं कि मैं गोमांस खाउंगा तो इससे बहुसंख्य समुदाय को क्या नुकसान है? क्या हम दूसरे तरह का मांस नहीं खाते। खाने का तौर तरीका निजी पसंद का विषय है और उसे लोगों पर छोड़ देना चाहिए।' (भाषा)