निर्मल अखाडे के अध्यक्ष स्वामी ज्ञानदेव द्वारा अखाडे़ के सचिव महंत बलवंत सिंह पर अखाडे़ की करोडों रूपये की संपत्ति खुर्दबुर्द करने के आरोप में उन्हें पद से हटा दिया गया था। महंत सिंह पर भू माफियाओं और बिल्डरों से मिलकर धार्मिक संपत्तियों और मूर्तियों को बेचने के आरोप हैं। हालांकि, बलवंत सिंह इन आरोपों को सिरे से नकराते हैं।