कार्यक्रम के दौरान छात्रा मुजीबा किदवई ने जिले के एसपी आरएस गौतम से सवाल करते हुए पूछा कि अगर हम शिकायत करते है तो क्या गारंटी है कि हम सुरक्षित रहेंगे। छात्रा ने कहा कि उन्नाव में एक लड़की ने शिकायकत की तो उसके पूरे परिवार को ट्रक से उड़ा दिया गया और आज वह अस्पताल में मौत से संघर्ष कर रही है। ऐसे में अगर छेड़खानी करने वाला कोई ताकतवर आदमी हो तो हम शिकायत कैसे करेंगे।
इसके साथ ही छात्रा ने कहा कि अगर हम छेड़खानी का विरोध करते है तो क्या गारंटी है हमें इंसाफ मिलेगा? क्या गारंटी है कि मैं सेफ रहूंगी? क्या गारंटी है कि मेरे साथ कुछ नहीं होगा? छात्रा के इस तरह ताबड़तोड़ सवाल से कार्यक्रम में सन्नाटा छा गया और एएसपी जवाब में केवल पूरे मामले की जांच का हवाला देकर कुछ भी बोलने से बचने की कोशिश की है।
प्रियंका गांधी का मिला साथ – बाराबंकी की बहादुर लड़की के सवाल पूछने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उसकी तारीफ की है। प्रियंका ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अगर कोई रसूख वाला-बड़ा इंसान कुछ गलत करता है तो उसके खिलाफ हमारी आवाज सुनी जाएगी क्या। यह सवाल जो बाराबंकी की छात्रा ने उठाया है आज उत्तर प्रदेश की हर महिला और बच्ची के मन में है और भाजपा सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।