खिआंगते ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने मालस्वामटलुआंगी से कहा कि अगर उसे यह बच्ची फिर से दिखे तो वह पुलिस को सूचित करे। इसके बाद मालस्वामटलुआंगी खुद ही अपने इलाके में अपहृत बच्ची की तलाश में जुट गई और उसने एक महिला के घर में बच्ची का पता लगा लिया। यह बच्ची, ज़ोनुनसांगिन फनाई (31) के घर पर थी जिसने उसका अपहरण कर लिया था।
उन्होंने बताया कि मौका भांप कर मालस्वामटलुआंगी ने बच्ची को अपनी पीठ पर लादा और अपने घर की ओर दौड़ पड़ी, लेकिन महिला ने उसे देख लिया और रूकने को कहा तथा ऐसा नहीं करने पर पथराव करने की धमकी भी दी। लेकिन मालस्वामटलुआंगी सीधे अपने घर जा कर ही रूकी और पूरी कहानी अपने माता-पिता को सुनाई।
इसके बाद, उसके माता-पिता ने पुलिस को सूचित किया और फनाई को गिरफ्तार कर लिया गया। खिआंगते ने बताया कि फनाई ने दक्षिण मिजोरम के लुंगलेई जिले के एक गांव से रविवार को बच्ची का कथित रूप से अपहरण किया था और उसे आइजोल ले आई थी। स्थानीय अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। (भाषा)