शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा है, 'मई में ब्रिटिश कालीन पुल को यातायात पात्रता प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी किया गया था।' इसमें कहा गया है कि ब्रिटिश कालीन सभी पुलों की जगह नए पुल बनाए जाने चाहिए। हम तभी कह सकते हैं कि हमने सबक लिया है।