गांव कादरपुर निवासी खेमराज द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, वह अपनी 41 भैंसों को अपने गांव के निकट अरावली पहाड़ी के पास एक भूखंड पर रखता था। उन्होंने गोवंशीय पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति करने वाली राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित एक कंपनी पर हाल में किसी जहरीले या रासायनिक पदार्थ मिश्रित चारे की आपूर्ति करने का आरोप लगाया।
खेमराज ने कहा, '17 जनवरी को जैसे ही भैंसों ने चारा खाया, वे गिरकर बेहोश हो गईं। मैंने पशु चिकित्सक को सूचित किया, लेकिन भैंसों को नहीं बचाया जा सका। डॉक्टर ने मुझे बताया कि ऐसा चारे में किसी रसायन की मिलावट के कारण हुआ है। शनिवार तक 32 भैंसों की मौत हो चुकी है। उनमें से ज्यादातर दूध देने वाली थीं और मुझे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।'