श्रीनगर। हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की दूसरी बरसी से पहले जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासिन मलिक को हिरासत में ले लिया गया है जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रमुख मीरवायज उमर फारुक को उनके निगीन आवास पर नजरबंद कर दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलिक को मैसूमा में उनके घर से हिरासत में लिया गया। उन्हें मैसूमा थाने में हवालात में रखा गया है। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी हैदरपुरा में अपने घर पर अब भी नजरबंदी में हैं। वैसे उन्हें समीप की मस्जिद में जुम्मे की नमाज पढ़ने जाने दिया गया लेकिन फिर से नजरबंद कर दिया गया।
अलगाववादियों ने 8 जुलाई को घाटी में हड़ताल का आह्वान किया है। अधिकारी के अनुसार प्रशासन ने भी ग्रीष्मकालीन राजधानी के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद के आसपास निषेधाज्ञा लगा दी और वहां जुम्मे की नमाज नहीं पढ़ने दी गई। वानी 8 जुलाई 2016 को दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकरनाग में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसके मारे जाने के बाद घाटी में लंबे समय तक प्रदर्शन हुआ था। (भाषा)