प्रदर्शनकारियों ने प्रस्तावित भूख हड़ताल का संबंधित विश्वविद्यालय अधिकारियों और जिला प्रशासन को नोटिस दे दिया है। समिति के प्रवक्ता एवं एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने बताया कि उनकी मुख्य मांग उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से जुड़ी है, जिन्होंने परिसर में बर्बर हिंसा और तोड़फोड़ की।
हसन ने मांग की कि शांतिपूर्ण ढंग से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लगाए गए झूठे मुकदमे वापस हों। समिति ने यह मांग भी की है कि विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार सहित शीर्ष अधिकारी 15 दिसंबर की घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दें।
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