सिंह ने दोहराया कि वह जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन करेंगे। उन्होंने कहा कि वह पंजाब के हित में एक मजबूत सामूहिक ताकत बनाना चाहते हैं। सिंह के मीडिया सलाहकार ने उनके हवाले से ट्वीट किया, कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे से वार्ता की रिपोर्ट गलत है। मेलमिलाप का समय अब समाप्त हो गया है। पार्टी से अलग होने का निर्णय बहुत सोच-विचार के बाद लिया गया है और यह अंतिम है।
सिंह ने अपने ट्वीट में कहा है, मैं (कांग्रेस अध्यक्ष) सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं, लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा। सिंह कुछ मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया जता रहे थे, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस के कुछ नेता उन्हें पार्टी में बने रहने के लिए मनाने में लगे हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, मैं जल्द ही अपनी पार्टी गठित करूंगा और किसानों के मुद्दे सुलझने के बाद पंजाब में विधानसभा चुनाव, 2022 के लिए भाजपा, शिरोमणि अकाली दल से अलग हो चुके धड़ों और अन्य के साथ सीटों के बंटवारे के लिए बातचीत करूंगा।
सिंह ने कहा, पंजाब और राज्य के किसानों के हित में मैं एक मजबूत सामूहिक ताकत चाहता हूं। मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ये कानून पिछले साल सितंबर में बनाए गए थे और प्रदर्शनकारी किसान इन्हें निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।(भाषा)