लंबी को मैंने अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना : अमरिंदर

मंगलवार, 17 जनवरी 2017 (08:30 IST)
चमकौर साहिब। बादलों को उनके गुनाहों की सजा दिलाने के लिए ही लंबी हलके को मैंने अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना है।
 
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को यहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पटियाला मेरी जन्मभूमि तथा लंबी कर्मभूमि है। वे बादलों को पंजाब के लोगों पर किए गए अत्याचारों की सजा दिलाएंगे। गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी मामलों की जांच कराकर दोषी पाए जाने पर बादलों तथा अन्य को सजा दिलाएंगे।
 
चुनाव प्रचार की शुरुआत करने से पहले वे ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में आशीर्वाद लेने पहुंचे और लोगों से कहा कि पटियाला उनकी जन्मभूमि है और इसमें उनकी भावनात्मक जड़ें हैं। अब लंबी को उन्होंने अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना है, क्योंकि बादलों को उनके गुनाहों की सजा दिलानी है जिसके लिए वे पंजाब के लोगों के प्रति वचनबद्ध हैं।
 
कैप्टन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने बीते 10 सालों में सिर्फ अपने पारिवारिक हितों की सोची है। राज्य के सभी प्रमुख व्यवसायों पर इन्होंने कब्जा जमा रखा है। माफिया को अकालियों का संरक्षण प्राप्त है।
 
उन्होंने कहा कि बादलों ने 10 साल के राज में करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई। राज्य सरकार धार्मिक ताने-बाने की रक्षा करने में विफल रही है। बादलों का ध्यान सिर्फ अपने व्यक्तिगत हितों को बढ़ावा देने पर रहा तथा अपने होटल बनाने पर रहा जिसका स्पष्ट प्रमाण सुखबीर बादल का सुखविलास होटल है।
 
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अकाली-भाजपा गठबंधन का बेअदबी के पीछे सांप्रदायिक आधार पर राज्य को बांटना रहा। वह बेअदबियों के सभी मामलों की जांच करवाकर दोषियों को जेल में डालेंगे।
 
कैप्टन सिंह ने आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बरसते हुए अपने व्यक्तिगत उद्देश्यों की पूर्ति के लिए राज्य में अराजकता फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि केजरीवाल पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उन्हें पंजाब के लोगों की सोच-समझ का कोई तजुर्बा नहीं है। लोग अब बाहरियों के झूठे झांसों में नहीं आने वाले।
 
चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी ने कैप्टन सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि क्षेत्र में विकास की पूरी तरह से कमी साफ दर्शाती है कि किस प्रकार बादलों ने अपने हितों की खातिर लोगों के हितों का बलिदान दिया है। (वार्ता)

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