जयपुर। राजस्थान के अलवर जिले में मानसिक रूप से कमजोर एक नाबालिग के बदहाल व घायल अवस्था में मिलने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि पीड़िता खुद ही तिजारा पुल पर पहुंची थी। हालांकि मेडिकल जांच रिपोर्ट में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पीड़िता ने गांव से शहर तक ऑटो में यात्रा की और अपने आप पुल तक पहुंची थी।उन्होंने बताया कि यह जांच की जा रही है कि आखिर नाबालिग के साथ ऐसा क्या हुआ जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
उल्लेखनीय है कि 14 साल की किशोरी मंगलवार रात अलवर जिले में मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में एक पुल पर बदहाल अवस्था में मिली थी और उसके जननांग तथा शरीर पर गंभीर चोटें थीं। जयपुर के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
अलवर की पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि हम नाबालिग लड़की की आवाजाही का पता लगाने में सफल रहे और उस ऑटो का पता लगाया है जिसमें नाबालिग ने 8-10 अन्य यात्रियों के साथ यात्रा की थी। फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम को ऑटो में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
ऑटो चालक से पूछताछ की गई और अब उसमें यात्रा करने वाले यात्रियों से पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि नाबालिग गांव से करीब 25 किलोमीटर का सफर तय कर ऑटो से अलवर शहर पहुंची और वहां से खुद ही पुल की ओर पहुंची।
उन्होंने कहा कि लड़की की मेडिकल रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है और पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि विभिन्न स्थानों से एकत्रित किए गए सीसीटीवी फुटेज में वह शहर के कई इलाकों और पुल पर चलती हुए दिखाई दे रही है लेकिन पुल पर किसी भी कैमरे में वह बदहाल स्थिति में नहीं दिखाई दे रही है।
इस बीच बाल मनोवैज्ञानिक और अन्य दिव्यांग विशेषज्ञों ने भी नाबालिग के साथ क्या हुआ इस बारे में उससे जानने की कोशिश की। पुलिस अब एक प्रश्नावली तैयार कर रही है जो विशेषज्ञों के माध्यम से नाबालिग से पूछी जाएगी।(भाषा)