विभाग के मुताबिक म्यांमार और उससे सटे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी क्षेत्र पर बृहस्पतिवार को चक्रवाती प्रभाव बढ़ गया जिससे शुक्रवार सुबह पूर्वोत्तर व उससे सटे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी क्षेत्र पर कम दबाव वाले क्षेत्र का निर्माण हुआ। चक्रवाती प्रभाव समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। अभी यह उसी क्षेत्र पर बना हुआ है।
आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि यह एक अच्छा कम दबाव वाला क्षेत्र बन सकता है और अगले 48 घंटों के दौरान यह कम दबाव वाला क्षेत्र उत्तरी ओडिशा और उससे सटे पश्चिम बंगाल तटों की ओर बढ़ेगा। मौसम विभाग ने क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर और भद्रक जिलों में शनिवार सुबह 8.30 बजे तक भारी बारिश (7 से 11 सेंटीमीटर) की संभावना जताई है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने जिलाधिकारियों को लिखे एक पत्र में प्रशासन से कम दबाव वाले क्षेत्र से होने वाली बारिश से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। पत्र के मुताबिक भारी से बहुत भारी बारिश की सूचना तत्काल एसआरसी कार्यालय को दी जानी चाहिए और अगर आंधी, तूफान, ओलावृष्टि, बिजली गिरने जैसी आपदाओं से किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो सरकार की जानकारी के लिए रिपोर्ट दाखिल करनी होगी।(भाषा)