सीबीआई के दो अधिकारी आज उत्तर 24 परगना जिले के बहसात में स्थित अदालत पहुंचे और श्रीमती चिदम्बरम तथा इसी घोटाले में संलग्नता को लेकर एक अन्य कंपनी के खिलाफ 150 पन्नों का नया आरोप पत्र दाखिल किया। सीबीआई के आरोप पत्र के अनुसार श्रीमती चिदंबरम ने अलग-अलग समय पर एक करोड़ 43 लाख रुपए लिए थे। सीबीआई ने दस्तावेजों के लेनदेन की भी बात कही।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई जांच के दौरान कई बार श्रीमती चिदंबरम को नोटिस भेजा गया और उनके बयान दर्ज किए। पूछताछ के दौरान माना कि उन्होंने मामले के संबंध में कानूनी परामर्श देने के लिए पैसे लिए थे, लेकिन सीबीआई अधिकारियों का मानना है कि इतने पैसे परामर्श के लिए नहीं दिए जा सकते हैं।
सीबीआई के पास सबूत है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री महंत सिंह की पूर्व पत्नी मनोरंजना सिंह ने शारदा समूह के मालिक सुदीप्तो सेन को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड तथा कंपनी रजिस्ट्रार जैसी विभिन्न एजेंसियों द्वारा जांच को प्रभावित करवाने के लिए पेशे से वकील श्रीमती चिदंबरम से मिलवाया था। इसके बदले श्रीमती चिदंबरम ने 2010-12 के दौरान शारदा समूह से 1.4 करोड़ रुपए लिए थे।