लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए उन्होंने शक्तिकांत दास को आरबीआई का गवर्नर बनाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है कि जो अधिकारी नोटबंदी का मुखर समर्थक था, उसे देश के केंद्रीय बैंक में मुख्य पद पर बैठा दिया गया। उन्होंने उम्मीद भी जताई कि दास आरबीआई के अधिकारों और स्वायत्तता को समझेंगे।
चिदंबरम ने कहा, मुझे इस बात की चिंता है कि दो व्यक्तियों को दो अहम पद पर नियुक्त किया गया और दोनों ही व्यक्ति नोटबंदी के मुखर समर्थक थे। चिदंबरम ने कहा, मैं शक्तिकांत दास से निष्ठापूर्वक उम्मीद और अपील करता हूं। आप अब आरबीआई के गवर्नर हैं और आर्थिक मामलों के सचिव, वित्त आयोग के सदस्य नहीं हैं। आप देश के केंद्रीय बैंक के गवर्नर हैं, और इसलिए आपको केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता और अधिकारों को समझना होगा।