बड़ी खबर, छत्तीसगढ़ में 1 जून से घर से होंगी कक्षा 12वीं की परीक्षाएं
रविवार, 23 मई 2021 (15:28 IST)
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एक जून से 12वीं कक्षा की परीक्षाएं कराएगा जिसमें छात्रों को चयनित केंद्रों से प्रश्नपत्र लेने, उन्हें घर ले जाने और 5 दिन के भीतर उत्तर पुस्तिका जमा कराने की अनुमति दी जाएगी।
बोर्ड के सचिव वी के गोयल द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, बोर्ड ने कोविड-19 महामारी और राज्य के 2.86 लाख से अधिक छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर इस तरीके से परीक्षाएं कराने का फैसला किया है।
आदेश में कहा गया है कि 12वीं कक्षा के छात्रों को चयनित केंद्रों से प्रश्नपत्र और खाली उत्तर पुस्तिका लेने के लिए 1 जून से 5 जून तक पांच दिनों का समय दिया जाएगा। वे इन 5 दिनों में से किसी भी दिन प्रश्नपत्र ले सकते हैं। छात्रों को प्रश्नपत्र लेने की तारीख से 5 दिनों के भीतर अपने-अपने केंद्रों पर उत्तर पुस्तिका जमा करानी होगी।
गोयल ने कहा कि उदाहरण के लिए अगर किसी छात्र ने एक जून को प्रश्नपत्र लिया है तो उसे कामकाजी घंटों के दौरान छह जून तक उत्तर पुस्तिका जमा करानी होगी। जो निर्धारित समय के भीतर उत्तर पुस्तिका जमा नहीं करा पाएंगे, उन्हें अनुपस्थित मान लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उत्तर पुस्तिका रविवार और छुट्टी वाले दिन भी जमा करायी जा सकती हैं। छात्रों को केवल अपने विषयों के प्रश्नपत्र लेने की सलाह दी जाती है। उन्हें दूसरों की मदद लेने के बजाय खुद से जवाब लिखने चाहिए।
गोयल ने कहा कि उत्तर पुस्तिका के पहले पृष्ठ पर छात्र का नाम, रोल नंबर, विषय, विषय कोड, हस्ताक्षर और तारीख संबंधी सभी जानकारियां होनी चाहिए। छात्रों को उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर करने के साथ ही निजी तौर पर उत्तर पुस्तिका जमा कराने आना होगा।
गोयल ने कहा कि अगर कोई छात्र उत्तर देने के लिए 20 पृष्ठ लेता है तो उसे उतने ही पृष्ठ अनिवार्य रूप से जमा कराने होंगे, चाहे वे खाली ही हों। बोर्ड पोस्ट या कुरियर से भेजी गई उत्तर पुस्तिका को स्वीकार नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि सभी छात्रों के लिए प्रश्न पत्र लेते और उत्तर पुस्तिका जमा कराते वक्त सामाजिक दूरी का पालन करना तथा मास्क पहनना अनिवार्य है।
बोर्ड ने 19 मई 2021 को छात्रों की आंतरिक परीक्षा के नंबरों के आधार पर 10वीं कक्षा के नतीजे घोषित कर दिए थे। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस साल मार्च में राज्य में सभी स्कूलों को बंद कर दिया था और कहा था कि वह 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को छोड़कर बाकी सभी को बिना परीक्षाएं कराए अगली कक्षा में प्रोन्नत कर देगी।