लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बिना कहा कि पहले चेक या नकद वितरण में भ्रष्टाचार होता था। एक समय था कि जब एक प्रधानमंत्री कहते थे कि वह दिल्ली से 100 रुपए भेजते हैं, जिसमें से आम आदमी को महज 15 रुपए मिलता है और बाकी के 85 रुपए बिचौलिए हड़प जाते हैं, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकनीक की मदद से ऐसी व्यवस्था कर दी है, जिससे 100 रुपए स्वीकृत होने पर शत-प्रतिशत राशि लाभार्थी को मिलती है।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हमारा प्रयास है कि प्रधानमंत्री की मंशा के तहत 2022 तक हर जरूरतमंद गरीब को एक आवास उपलब्ध कराया जाय जो, इस पात्रता की श्रेणी में आता है।योगी ने दावा किया, आवास के लिए पैसे चाहिए या व्यवसाय के लिए लोन, अगर आप अर्हता पूरी करते हैं तो बिना सिफारिश, बिना घूस, पूरी मदद मिलनी तय है और अब तो बैंक जाने की भी जरूरत नहीं क्योंकि गांव-गांव में बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट-सखी तैनात हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के लाभार्थियों से अपने कारोबार को डिजिटल भुगतान से जोड़ने के लिए भी कहा। ललितपुर के ओमप्रकाश ने बताया कि बीते 30 साल से कभी किसी सरकार ने उन्हें कुछ नहीं दिया, आज सब मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने ओमप्रकाश के मूक-बधिर बेटे के इलाज के लिए सभी जरूरी प्रबंध के निर्देश दिए।(भाषा)