बिसहड़ा से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित चित्तौड़ा (चिथेड़ा) गांव में रविवार शाम मांस के टुकड़े मिलने के बाद तनाव बढ़ गया है जिसके कारण वहां पुलिस बल को तैनात किया गया है। दादरी के पुलिस उपाधीक्षक अनुराग सिंह ने कहा कि कुछ लोगों ने साम्प्रदायिक अशांति पैदा करने के लिए गांव में मांस के टुकड़े रख दिए थे।
अहमद ने बताया कि जब यह दु:खद घटना हुई, उस समय वह गाजियाबाद के लोनी में थे। उन्हें उनके भाई की बेटी ने फोन करके बताया कि लोगों की भीड़ उसके पिता को खींचकर बाहर ले गई है और उसे पीट रही है। अहमद ने कहा, ‘मुझे न्याय चाहिए लेकिन इस मामले में निर्दोष लोगों को नहीं फंसाया जाना चाहिए। असली अपराधियों को सजा दी जानी चाहिए।’
गौरतलब है कि दादरी के बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर को 50 साल के बुजुर्ग अखलाक की गोमांस खाने के आरोप में पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। जबकि उनका जवान बेटा दानिश अभी भी अस्पताल में है। इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अखलाक के परिवार से लखनऊ में मुलाकात की और 45 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान भी किया है, हालांकि अब पुलिस ने नेताओं के काफिले को रोकने के लिए पूरे गांव मे बैरीकेटिंग कर दी है। (एजेंसी)