गर्ग ने बताया कि इनमें से ज्यादातर मरीज मध्यम और उच्च मध्यम परिवारों के हैं। ये सभी लोग बंगाल के ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, जहां प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल बहुत सीमित है। एक अन्य महिला चिकित्सिक संतश्री गुप्ता ने कहा कि उनके पास एक 50 वर्षीय विधवा महिला आई जिसके पास अपने मृत पति का 30 लाख रुपए नकदी में था।