अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) जे एम यादव ने कहा कि समाचार चैनल की बहस के दौरान पैनल में बैठने वाले दानिश कुरैशी ने अदालत के आदेशानुसार किए गए वीडियोग्राफी सर्वेक्षण के दौरान वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग के मिलने संबंधी खबरों को लेकर ट्विटर पर एक कथित टिप्पणी की थी, जिसकी कुछ लोगों द्वारा आलोचना किए जाने के बाद कुरैशी को गिरफ्तार किया गया।
एसीपी ने कहा कि साइबर दल के संज्ञान में आया कि कुरैशी के ट्विटर खाते से हिंदू देवी-देवताओं के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। हमने ट्विटर खाते का तकनीकी विश्लेषण किया और कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि कुरैशी से इस टिप्पणी के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
यादव ने बताया कि कुरैशी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने वाले और सद्भाव बनाए रखने के प्रतिकूल काम करने वाले व्यक्ति के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली) धारा 153 (ए) और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। (भाषा)