वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक सामान्य, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से 500 के स्तर को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।
अर्बन एमिसन्स ने अनुमान जताया है कि बुधवार को प्रतिबंध हटने के बाद पीएम2.5 से होने वाले प्रदूषण में सबसे बड़ी भूमिका ऊर्जा संयंत्रों एवं डीजल जनरेटरों की होगी जिनसे 19.6 प्रतिशत प्रदूषण होगा और इसके बाद 17.3 प्रतिशत प्रदूषण उद्योगों के उत्सर्जन से होगा। इसने अनुमान जताया है कि 15.9 प्रतिशत प्रदूषण घरेलू प्रदूषण के चलते होगा। (भाषा)