कोलकाता। देश में जारी लॉकडाउन के बीच हेपेटाइटिस-बी जैसी गंभीर बीमारी की दवा न मिलने की वजह से पश्चिम बंगाल में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के एक दूरदराज के गांव में रहनेवाला हेपेटाइटिस-बी का एक रोगी मुसीबत में फंस गया, लेकिन कुछ अच्छे लोग उसकी मदद के लिए आगे आए और 150 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर उसके घर तक दवा पहुंचाई।
रोगी पूर्णिमा मौर के पड़ोस में रहने वाले उसके रिश्तेदार सौमित्र मौर ने बताया कि अपने इलाके में कहीं भी दवा न मिलने से निराश होने के बाद उसने एक हैम रेडियो क्लब से संपर्क किया। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के चंद्रकोना में मंगरूल गांव की निवासी पूर्णिमा और उसका परिवार इस बात से बहुत परेशान थे कि उन्हें दवा कैसे मिलेगी जबकि अब केवल कुछ ही दिनों की दवा बच गई है।
बिस्वास ने उन्हें सहायता का आश्वासन दिया।
पश्चिम बंगाल रेडियो क्लब के संस्थापक सचिव बिस्वास ने कहा कि हमें सोमवार को हेपेटाइटिस-बी से पीड़ित एक गंभीर रोगी के लिए एक विशेष दवा की तत्काल आवश्यकता के बारे में बताया गया और एक व्यापक खोज के बाद यह दक्षिण 24 परगना जिले में सोनारपुर लिवर फाउंडेशन के पास मिली। बिस्वास ने बताया कि दवा मंगलवार शाम को मरीज के घर पहुंचाई गई।