बागलकोट। कर्नाटक के बागलकोट जिले के हुंगुंड में उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी के बेटे की कार की कथित चपेट में आने से 56 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि चिदानंद सावदी गाड़ी में पीछे बैठे थे और उन्होंने स्थानीय लोगों से घटना स्थल पर रिकॉर्ड किए गए वीडियो को अपने मोबाइल फोन से हटाने, नहीं तो परिणाम भुगतने की धमकी दी। हालांकि सावदी ने इस आरोप से इंकार किया है।
पुलिस के मुताबिक हादसा उस वक्त हुआ जब किसान कुडलेप्पा बोली सोमवार शाम अपनी बाइक से घर लौट रहा था। घायल किसान को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। मृतक के रिश्तेदार की शिकायत पर मौके पर मौजूद कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक लोकेश जगलासर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि हमने कार को जब्त कर लिया है और चालक को अपनी हिरासत में ले लिया है। एसपी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। इस बीच, मृतक के दामाद मंगलप्पा ने आरोप लगाया कि चिदानंद कार चला रहे थे। उसने सावदी के बेटे पर अपने घायल ससुर को समय पर अस्पताल नहीं ले जाने का आरोप लगाया।
उसने कहा कि मेरे ससुर के सिर और पीठ में चोटें आईं। वह वहीं पड़े हुए थे। उसने यहा मीडिया को बताया कि उन्हें कुछ इंतजाम करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। हालांकि चिदानंद ने स्वीकार किया कि दुर्घटना में शामिल कार उनकी थी, लेकिन उन्होंने इस आरोप से इंकार किया कि वह गाड़ी चला रहे थे।
लक्ष्मण सावदी ने भी आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि मेरे बेटे ने 10 साल पहले गाड़ी चलाना बंद कर दिया था, और हनुमंत (चालक) वाहन चला रहा था। चिदानंद ने दावा किया कि वह अपने दोस्तों के साथ अंजनाद्री पहाड़ी पर 'दर्शन' के लिए गए थे और अथानी के रास्ते में थे।
चिदानंद ने संवाददाताओं से कहा कि वह अपने दोस्त की कार में थे, जब हनुमंत (चालक) उनकी कार चला रहा था, तभी एक बाइक सवार अचानक वाहन के सामने आ गया और चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और उसे टक्कर मार दी। उन्होंने कहा कि उनके चालक ने बाद में उन्हें बताया कि क्या हुआ, जिसके बाद उन्होंने घायल को अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था की और पुलिस को सूचित किया।
उन्होंने कहा कि जब तक मैं लौटा, तब तक घटनास्थल पर कोई नहीं था। मैं पीड़ित से मिलने अस्पताल गया, जहां मुझे जानकारी मिली कि उसने दम तोड़ दिया है। उन्होंने कहा, मैंने उनके परिवार वालों से भी मिलने की कोशिश की लेकिन असफल रहा। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार के बाद मैं उनसे मिलूंगा। मैं उनकी हरसंभव मदद करूंगा।(भाषा)