कुख्यात बदमाश फौजा की नाटकीय गिरफ्तारी का पर्दाफाश

मंगलवार, 30 जून 2015 (00:11 IST)
इंदौर। डीआईजी संतोष कुमार ने जब से शहर में अपना पदभार संभाला है, तब से गुंडे-बदमाशों की शामत आ गई है। गोलीबारी करके दहशत फैलाने वाले कुख्यात बदमाश 28 वर्षीय फौजा उर्फ सरफराज की रेलवे स्टेशन पर हुई नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी का भी आज पर्दाफाश करने में इंदौर पुलिस को कामयाबी मिली है। 
डीआईजी ने निर्देश दिए थे कि किसी भी तरह अपराध शाखा की टीम इस नाटकीय गिरफ्तारी का पर्दाफाश करे और फौजा की मदद करने वाले तमाम लोगों को गिरफ्तार करे। 
 
अपराध शाखा व थाना रावजी बाजार की संयुक्त टीम द्वारा आज ऐसे बदमाशों को अवैध शराब के साथ रंगेहाथों पकड़ा जो, बदमाश फौजा के साथी है एवं अवैध शराब का व्यापार भी करते हैं।
         
मुखबिर द्वारा पुलिस को सूचना मिलीं कि कुछ लोग अवैध शराब का परिवहन कर रहे हैं। उक्त सूचना पर एक सफेद रंग की मोटरसाइकल पर लगभग 60 लीटर अवैध शराब ले जाते हुए तीन संदिग्धों को घेराबंदी करके पकड़ा। इनकी पहचान शाहरुख पिता यासीन खान (20) निवासी आजाद नगर, लक्की उर्फ फुस्कान पिता मोहम्मद जामिल (19) निवासी हाथीपाला तथा बलराम जाट पिता गिरधारीलाल जाट (55) निवासी 118 तपेश्वरी बाग कॉलोनी, खजराना के रूप में हुई।
 
आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो एक बड़ा खुलासा हुआ, जिसमें बदमाश फौजा को संरक्षण देने व उसकी नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी कराने में इनकी भूमिका सामने आई।
 
लक्की ने बताया कि वह फौजा को पेश कराने वाले चंदू उर्फ पठान का खास है, जो कि घटना वाले दिन कैमरामैन सन्नी को प्लेटफार्म पर उस ट्रेन के डिब्बे के सामने लाया था, जिसमें फौजा पहले से मौजूद था। फौजा के पेश होने के बाद लक्की ने ही अपने मोबाइल से वीडियो रिकार्डिंग कर फौजा के नाटकीय समर्पण का वीडियो वायरल किया था। 
 
आरोपी शाहरुख, फौजा की मौसी इसरत का बेटा है और इसने ही फौजा को पेश कराने के लिए इंदौर से भोपाल तक का रेल टिकट खरीदा था। फौजा पेश होने के पहले तीन दिन तक आरोपी बलराम जाट के घर पर रूका था तथा यहीं पर फौजा को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कराने की योजना बनाई गई थी। इन तीनों आरोपियों से बदमाश फौजा को संरक्षण देने में संदिग्ध भूमिका की जांच की जा रही है। (वेबदुनिया न्यूज) 

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