मूक पशुओं में खुशियां ढूंढते हैं गांधीधाम के धवल

Webdunia
रविवार, 31 जनवरी 2021 (18:57 IST)
-खुशबू मेस्सुरानी
मूक पशु न सिर्फ व्यक्ति के अच्छे मित्र होते हैं, बल्कि समय आने पर उनकी रक्षा भी करते हैं। गांधीधाम के रहने वाले धवल कप्टा के विचार भी कुछ ऐसे ही हैं। उनका मानना है कि दो पैर वाले इंसान धोखा दे सकते हैं, लेकिन 4 पैरों वाले पशु बहुत ज्यादा वफादार होते हैं। उनसे सिर्फ खुशियां ही मिलती हैं। 
 
धवल कुत्ते एवं अन्य जानवरों को पालने का शौक रखते हैं। वे उनके खाने-पीने से लेकर दवाई, वैक्सीन लगवाना आदि का पूरा ध्यान रखते हैं। वे कुत्तों को काफी करीब से जानते हैं। उनकी दवाइयां, नस्ल, व्यवहार का आदि का उन्हें पूरा ज्ञान है।
 
साइबेरियन हस्की, फ्रेंच बैल कुत्ते, सेंट बर्नार्ड, चाउ चाउ और ग्रेट डैन जैसे विदेशी नस्लों के कुत्तों का वे कारोबार भी करते हैं। हालांकि वे पहले कुत्तों को अडॉप्ट करने की सलाह देते हैं। 
 
कुत्तों के अलावा वे घोड़े, गाय और तोते पालने में भी रुचि रखते हैं। विदेशी नस्ल के कुत्तों के अलावा वे स्ट्रीट डॉग्स का भी पूरा ध्यान रखते हैं। सर्दियों में कम्बल, बोरी और खाने का पूरा इंतजाम करते हैं। जब कुत्तों की तबीयत खराब हो जाती है तो वे खुद उनका इलाज़ अस्पताल में करवाते हैं। 
 

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