जिलाधिकारी राजीव रौतेला तथा गोरखपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक नीलाब्जा चैधरी के नेतृत्व में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में हुई बैठक में दुर्गा पूजा पांडाल समिति और मुतवल्ली इमाम चैक तथा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि यदि कहीं कोई विवाद हो तो बातचीत से हल कर लिया जाए।
उल्लेखनीय है कि गोरखपुर में मोहर्रम के त्योहार में 10 दिनों तक ताजियों और रोशन चौकियों का जुलूस के निकाले जाने का क्रम जारी रहता है और साथ ही मातम और मजलिस का भी आयोजन होता है जिसका क्रम 24 घंटे तक जारी रहता है। इसी बीच मां दुर्गा के प्रतिमाओं का विसर्जन के जुलूस भी उन्हीं मार्गों से निकलते हैं जिन रास्तों से मोहर्रम के जुलूस जाते हैं। जुलूस के गुजरने के समय शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है।
गौरतलब है कि वर्ष 2007 में गोरखपुर में मोहर्रम के जुलूस में हुए उपद्रव और भड़की हिंसा के बाद पूरे जिले में सात दिनों तक कर्फ्यू लगा दिया गया था और इसी मामले में वर्तमान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तात्कालिक सांसद योगी आदित्यनाथ समेत 12 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे जिस पर उच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है। (वार्ता)